Sunday, 26 February 2017

साधारण से असाधारण की ओर

© अनुपम जायसवाल
दुनिया लोगों से मिलकर बनती है, लोग जो इमोशन्स, बिलीफ, नॉलेज, करेज, और डिसाइरस से भरे हुए हैं वो सामान्य, साधारण, प्रसन्न, शांतिप्रिय, अमीर, गरीब, स्वार्थी, निस्वार्थ, घमंडी, मामूली, जानकार, ज्ञानी, दुनियादार, विवेकी, स्वप्नदर्शी, मार्गदर्शक और असाधारण सभी वर्गों से आते हैं l
अभी हाल ही में मैंने कुछ असाधारण लोगों की जीवनी पढ़कर समाप्त की, इन्हें मैंने कुछ महीनों पहले पढ़ना शुरू किया था l इनकी जीवन गाथा पढ़कर मैं अचंभित था कि कैसे उन सभी  ने अपनी तयशुदा साधारण सी जिंदगी को एक योजनाबद्ध जीवन में बदल दिया और कैसे वो साधारण लोग असाधारण लोगों में बदल गए, और अपने जीवन में सफलता के चरम उत्कर्ष तक पहुंचे l
मुझे इन सभी जीवनियों के हीरोज़  में कुछ बातें बिलकुल सामान लगीं , उनमे कई बिलकुल आम पर ज्यादातर असामान्य आदतों और सद्गुड़ों का भण्डार था l जैसा मैंने पाया वैसा ही आपसे शेयर करना चाहता हूँ :
१. वो सभी अपने आप से परिचित थे :
साधारण से असाधारण कि राह मैं जो उन जीवनियों में ढूंढ रहा था और सबसे पहले जो मेरे हाथ लगा वो ये  कि इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि आप किस वर्ग से आते हैं बल्कि जिस बात से फर्क पड़ता है वो ये है कि क्या आप अपने आप को उस व्यक्ति से भी बेहतर जानते जो आपको सबसे अच्छी तरह से जानता है ? अगर आपका उत्तर हाँ है तो निश्चित रूप से आप उस साधारण से असाधारण कि राह पर आगे बढ़ रहे हैं जिसकी मैं आपसे बात कर रहा हूँ l वो असाधारण लोग जिनकी मैं बात कर रहा हूँ उनमे से सभी अपने वास्तविक रूप से परिचित थे l
मैं जानता हूँ कि खुद को पूरी तरह से जानना मुशिक्ल ज़रूर है पर निश्चित रूप से असंभव नहीं l  वो सभी अपने जीवन के किसी न किसी मोड़ पर अपने जीवन के उद्देश्य से परिचित हो गए थे और अपनी क्षमताओं को जान चुके थे और उन्होंने ठीक उसी पर काम किया और सफलता हासिल की l
जिस क्षण आप अपने आप को, अपने वास्तविक रूप को जान जाते हैं उसी क्षण आप साधारण नहीं रहते आप असाधारण की राह पर अपने सफर शुरू कर देते हैं, पर वास्तविक आप से आप का परिचय करने की जिम्मेदारी सिर्फ आप की है l
सबक : बिना अपने वास्तविक रूप को जाने आप असाधारण कि और नहीं बढ़ सकते l

२. उन्होंने सतत अपने को विकसित किया :
वो अपने को विकसित करने की प्रक्रिया में निरंतर लगे रहे, उन्होंने जीवन भर अपनी कमियों को दूर करने का प्रयास किया l उन्होंने जीवन भर इस बात को सबसे ज्यादा महत्व दिया  कि  अपनी कमियों को हमेशा ढूंढते रहना और अपनी खूबियों को और तराशना, वो निरंतर अपनी मूल्य वृद्धि में लगे रहे और उन्होंने अपने तरकश में हर वो तीर रखा जो उन्हें साधारण से असाधारण कि और ले जाने में सहायक बना l
सबक : हमें निरंतर अपनी मूल्य वृद्धि करनी होगी, अपनी खूबियों को और तराशना होगा और कमियों को दूर करना होगा l

. उनके लक्ष्य और उनकी सोंच दोनों स्पस्ट थे :
उन सभी जीवनी नायकों के लक्ष्य एकदम  स्पस्ट थे, उनकी सोंच उनके कार्य स्पस्ट थे, उन्हें पता था की उन्हें अपने जीवन में करना क्या है और किस तरीके से करना है l
अधिकतर बार  उनके पास उन कामों को करने के लिए पर्याप्त कारण होते थे जिन्हें उन्हें पूरा करना होता था और जिसे वो इस तरह से पूरा करते थे की लोगों के सामने एक मिसाल कायम हो जाए, उनके उद्देश्य को लेकर उनके दिमाग में कोई भ्रम नहीं था l काम शब्दों में कहें तो उनका जीवन उनके उद्देश्यों को समर्पित था l
सबक : हमें अपने जीवन में एक लक्ष्य निर्धारित करना होगा और फिर एक स्पस्ट सोंच के साथ और योजनाबद्ध तरीके से हासिल करना होगा l

. परिस्थितियों पर गौर करना :

कभी कभी बड़े बड़े युद्ध सिर्फ रणनीतियों और दुश्मन के तौर तरीकों पर गौर करने मात्रा से जीत लिए जाते हैं , मैंने पाया के जीवनी के सभी नायक महान आब्जर्वर रहे हैं , वो अपने द्वारा किये जाने वाले सभी कार्यों के प्रति हमेशा सजग सचेत रहे, उन्होंने कोई भी कार्य करने से पहले उसको किये जाने के तौर तरीकों उनके नतीजों पर हमेशा गौर किया I उनकी ये साधारण सी आदत ने असाधारण की और जाने में बड़ा योगदान दिया I वो अपनी गलतियों से हमेशा सीखने के लिए तैयार रहे और उन्होंने अपने समय की हर बूँद का इस्तेमाल सृजनात्मक कार्यों के लिए किया I
ऐसा लगता है की वो सभी इस बात से भली भांति परिचित थे के " एक्टिव रहे पर याद रखें के हर  एक्टिविटी, प्रोडक्टिविटी नहीं होती" I

 सबक : समय की हर बूँद का इस्तेमाल सृजनात्मक कार्यों के लिए करें , कोई भी कार्य करने से पहले उसको किये जाने के तौर तरीकों उनके नतीजों पर हमेशा गौर करेंयाद रखें "हर  एक्टिविटी, प्रोडक्टिविटी नहीं होती" I

५. दूसरों की मदद :

दूसरों की मदद करना सबसे ज्यादा फल देने वाला कार्य है , इसका फल जीवन में कभी न कभी आपको मिलता ज़रूर है , उन्होंने अपनी पूरी ज़िन्दगी दूसरों की मदद की , उन्होंने इस कार्य को भी अपने जीवन के उद्देश्यों में शामिल कर लिया और अन्य उद्देश्यों के साथ इसे भी भली भांति पूरा किया I

सबक : हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहें I

६. समाज को वापस करना सीखें :

इन जीवनियों के नायकों ने ये कर के दिखाया, उनमे इस बात की लौ निरंतर जलती रही की वो अपने समाज, मानवता को क्या दे सकते हैं, और इतिहास गवाह हैं की उन्होंने समाज और मानवता की जीवन भर सेवा की और उन्हें कुछ न कुछ दिया I

सबक : उन्होंने समाज को बहुत कुछ दिया अब आपकी बारी हैं , आप जो कुछ भी हैं समाज की ही वजह से और अपने जो कुछ भी लिया हैं यहीं से लिया हैं सो अब ये आपकी जिम्मेदारी बनती हैं की जिससे हमेशा लिया हैं उसे भी कुछ वापस किया जाए I

७. कभी हार न मानें :

जीवन में कभी हार न मानें , जीवन में हार न मानना मेरी नज़र में सबसे बड़ा जीनियस या बुद्धिमत्ता  पूर्ण कार्य हैं I वो जीवन में कभी न कभी सफल ज़रूर होते हैं जो हार नहीं मानते, हार न मानने या घुटने न टेकने की काबिलियत जीवन में आपको असाधारण व्यक्तित्व का स्वामी बनाती हैं I
मेरी द्वारा पढ़ी गयी सभी जीवनियों के नायकों में ये अद्भुद गुण कूंट कूंट कर भरा हुआ था I

सबक : जीवन में मुश्किलें कितनी भी बड़ी ना हो जाए पर कभी आपके साहस से बड़ी नहीं हो सकतीं, जीवन में कभी हार ना मानें, सफलता आपके कदम चूमेगी I

वो नायक जिनकी जीवनियां जो मैंने पढ़ीं : अब्राहम लिंकन , बेंजामिन फ्रेंक्लिन, स्टीव जॉब्स, स्टीफन हॉकिंग, एडिसन, आइंस्टीन, स्वामी विवेकानंद , ऐ पी जे अब्दुल कलाम, रामानुजम, अमिताभ बच्चन , डेल कार्नेगी I

आप भी समय निकाल कर पढ़ें
ये लेख पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद!!!
अनुपम जायसवाल
कंपनी सेक्रेटरी
बिज़नेस कोच
प्रेरणादायी पुस्तक 7 rituals to win forever के लेखक 

                                                               अमेज़न.इन पर उपलब्ध
                                                              7 Rituals to win forever
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